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Brahmachari Girish Ji

Brahmachari Girish Ji hoists National Flag on Independence Day at Brahmanand Saraswati Ashram


Flag Hoisting at Brahmanand Saraswati Ashram Bhopal

Maha Media 15 August 2019

Brahmachari Girish Ji has hoisted national flag today in presence of Vedic Scholars and staff on the auspicious occasion of Independence Day at Gurudev Brahamanand Saraswati Ashram, Bhopal. Brahmachari Ji has congratulated every one and said that ‘National Celebration Independence Day and Spiritual Celebration Rakshabandhan coming on the same day indicates something special. It is a reminder for all Indian citizens that we are celebrating the day of freedom, but at the same time we need to secure the freedom of our nation and its citizens.’

Girish Ji further said that ‘modern technologies are required for security and safety and we should use these, but the real security is in Vedic Technologies of Defence, which are prevention oriented techniques and every one of us must practice these to secure our great nation. Securing physical border of the nation is not enough, every aspect of life has to be secured, then only the nation will be secured and will become invincible. Vedic Secure Armor through Vedic Technologies is easily available with grace of Maharishi Ji at the negligible cost. A peace creator group of 18000 members can guaranty permanent peace and invincibility of India, with the cost of few fighter planes only.’ Girish Ji invited state and central government to examine this Vedic Technology of Defence, conduct researches, reconfirm and give benefit of this great knowledge to India. He also invited Vedic Peace Creators to come together and play a vital role to secure nation with their daily Vedic performance of Yog and Yagyas.

ब्रह्मानंद सरस्वती आश्रम में ध्वजारोहण

महामीडिया १५ अगस्त २०१९

ब्रह्मानंद सरस्वती आश्रम भोपाल में ब्रह्मचारी गिरीश जी ने भारतीय स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर वैदिक विद्वानों एवं कार्यकर्ताओं के उपस्तिथि में भारतीय ध्वज फहराया। ब्रह्मचारी जी ने सभी को बधाई देते हुए कहा कि 'भारतीय स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षाबंधन का त्यौहार एक ही दिन आने का कुछ संकेत है। आज हम स्वतंतत्रा दिवस का उत्सव मना रहे हैं, साथ ही हमें राष्ट्र और भारत के नागरिकों की स्वतंत्रता को सुरक्षित भी रखना है'।

गिरीश जी ने कहा कि ‘सुरक्षा की आधुनिक तकनीकों का प्रयोग आवश्यक है इनका उपयोग किया जाना चाहिए किन्तु वास्तविक सुरक्षा वैदिक तकनीकों के माध्यम से हो सकती है, जो रोकथाम के सिद्धांतों एवं प्रयोगों पर आधारित हैं, प्रत्येक व्यक्ति को अपने देश की रक्षा के लिए इनका उपयोग करना चाहिए। केवल भौतिक सीमाओं की रक्षा करना पर्याप्त नहीं है, जीवन के प्रत्येक क्षेत्र के सुरक्षा आवश्यक है और तभी भारत पूर्ण रूप से सुरक्षित एवं अजेय होगा। वैदिक तकनीकयुक्त सुरक्षा कवच महर्षि जी की कृपा से अत्यंत सरलता से उपलब्ध है और वो भी अति न्यून मूल्य पर। शांति स्थापना करने वाले १८००० वैदिक विशेष्यज्ञों का एक समूह भारत तो स्थाई शांति एवं अजेयता प्रदान कर सकता है, वो भी केवल कुछ लड़ाकू विमानों के मूल्य पर।’

गिरीश जी ने प्रांतीय एवं राष्ट्रीय शासन का आवाहन किया कि वैदिक सुरक्षा तकनीक का परीक्षण करें, इन पर अनुसंधान करें, सिद्ध करें और फिर इस महाविद्या का जनमानस को लाभ दें। गिरीश जी ने इस अवसर पर वैदिक शांति विशेषज्ञों का भी आवाहन किया कि वे एकजुट होकर योग और यज्ञ की वैदिक तकनीकों से भारत को सुरक्षित एवं अजेय बनाने में अपनी महती भूमिका निभाएं।


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